पेजर में हुए धमाकों ने लेबनान को पहले ही बुरी तरह डरा दिया था. अब वहां इस्तेमाल किए जा रहे वॉकी-टॉकी में भी विस्फोट होने से कई लोगों की जान चली गई. इस वक्त लेबनान में जो हालात है, यकीनन वहां इंसान कोई भी डिवाइस इस्तेमाल करता हुआ डर रहा होगा. लेबनान में फिलहाल जो कुछ घट रहा है, उसके बारे में हम क्या जानते हैं. यहां विस्तार से जानिए
- पिछले दो दिनों में लेबनान में हिजबुल्लाह के गढ़ों में उसके सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वॉकी-टॉकी और पेजर में विस्फोट होने से कम से कम 32 लोग मारे गए और 3,250 से अधिक घायल हो गए. जिससे इजरायल के साथ पूर्ण युद्ध छिड़ने की आशंका पैदा हो गई है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से कुछ डिवाइस को हिजबुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था.
- मंगलवार को हुए विस्फोटों के अंतिम संस्कार के लिए एकत्रित हुई एक बड़ी भीड़ के आसपास विस्फोट हुए. शहर में ऐसे हालात बने कि एम्बुलेंस भी घायलों तक मुश्किल से पहुंच रही थी और स्थानीय लोगों फोन का इस्तेमाल करने वाले किसी भी व्यक्ति को संदेह से देख रहे थे. लेबनान में फिलहाल जो हालात पैदा हुए हैं, उसके लिए इज़राइल को दोषी ठहराया जा रहा है. हालांकि दूसरी ओर इज़राइली अधिकारियों ने अब तक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
- ताइवान और हंगरी स्थित दो फर्मों पर मीडिया रिपोर्टों में पेजर बनाने का आरोप लगाया गया है, दोनों ने ही विस्फोट की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है. कई लोगों ने बताया कि उन्हें कुछ लोगों की जेबों से धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया, उसके बाद छोटे-छोटे विस्फोट हुए. रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने बताया कि शुरुआती विस्फोटों के बाद लगभग एक घंटे तक विस्फोट होते रहे. इसके तुरंत बाद, लेबनान भर के अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोग पहुंचने लगे, और प्रत्यक्षदर्शियों ने इमरजेंसी में बड़े पैमाने पर अफरा-तफरी की सूचना दी.
- रॉयटर्स से बात करने वाले सूत्र के अनुसार, रिपोर्टों से पता चलता है कि वॉकी-टॉकी को उड़ा दिया गया था, ये डिवाइस हिजबुल्लाह द्वारा 5 महीने पहले खरीदे गए थे. कम से कम एक विस्फोट मंगलवार के हमले के कुछ पीड़ितों के लिए बेरूत में आयोजित अंतिम संस्कार के करीब हुआ, जिससेपास मौजूद लोगों में दहशत फैल गई. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, नौ लोग मारे गए हैं और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं.
- बुधवार को हुए विस्फोटों में जिन वॉकी-टॉकीज़ का विस्फोट हुआ, उनके बारे में अभी भी जानकारी मिल रही है. विस्फोट के बाद शूट किए गए फुटेज में जापानी कंपनी आईकॉम के ब्रांड वाले नष्ट हुए डिवाइस दिखाई दिए. बीबीसी ने आईकॉम जापान से उनकी वेबसाइट पर संपर्क फ़ॉर्म के ज़रिए संपर्क किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. मंगलवार को विस्फोट करने वाले पेजर एक नए ब्रांड के थे, जिसका समूह ने पहले इस्तेमाल नहीं किया था.
- एक लेबनानी सुरक्षा अधिकारी ने रॉयटर्स समाचार एजेंसी को बताया कि लगभग 5 महीने पहले देश में लगभग 5,000 पेजर लाए गए थे. पेजर के ताइवानी निर्माता गोल्ड अपोलो ने विस्फोटों में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है. जब बीबीसी ने बुधवार को गोल्ड अपोलो का दौरा किया, तो स्थानीय पुलिस कंपनी के दफ़्तरों में घुसी हुई थी, दस्तावेज़ों की जांच कर रही थी और कर्मचारियों से पूछताछ कर रही थी.
- अज्ञात अमेरिकी और इजरायली अधिकारियों ने एक्सियोस को बताया कि पेजर को एक साथ विस्फोट करने की योजना शुरू में हिजबुल्लाह के खिलाफ “पूरी तरह से” आक्रामक कदम के रूप में बनाई गई थी. लेकिन हाल के दिनों में इजरायल को चिंता हुई कि हिजबुल्लाह को योजना के बारे में पता चल गया है – इसलिए उन्हें पहले ही उड़ा दिया गया. हालांकि इजरायली अधिकारियों ने आरोपों पर टिप्पणी नहीं की है.
- हिजबुल्लाह ने इजराइल द्वारा लोकेशन-ट्रैकिंग से बचने के लिए कम्यूनिकेशन के लिए के पेजर पर बहुत अधिक भरोसा किया है. पेजर वायरलेस दूरसंचार डिवाइस हैं जिससे अल्फ़ान्यूमेरिक या वॉयस मैसेज प्राप्त करते हैं. मोबाइल फोन की तुलना में उन्हें ट्रैक करना बहुत कठिन है. हालांकि दुनिया के अधिकतर देशों में अब पेजर का उपयोग कम ही होता है.
- हिजबुल्लाह के एक करीबी सूत्र ने एएफपी को बताया कि मंगलवार के हमले में मारे गए लोगों में से दो हिजबुल्लाह के दो सांसदों के बेटे थे. उन्होंने यह भी कहा कि हिजबुल्लाह के एक सदस्य की बेटी भी मारी गई. घायलों में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी शामिल हैं. ईरानी मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें मामूली चोटें आई हैं.
- रॉयटर्स ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि विस्फोटों में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को कोई चोट नहीं आई है. लेबनान के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने कहा कि अधिकांश चोटें हाथों और चेहरे पर लगी हैं. ब्रिटेन स्थित अभियान समूह सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, लेबनान के बाहर, पड़ोसी सीरिया में इसी तरह के विस्फोटों में 14 लोग घायल हुए हैं.
News Source : NDTV