लोगों में गुस्‍सा, सड़कों पर डॉक्‍टर, SC करेगा सुनवाई; कोलकाता रेप-मर्डर केस में दबाव में ममता दीदी?

 

नई दिल्‍ली:

Kolkata Doctor Death Case: कोलकाता के सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्‍टर के साथ रेप और फिर उसकी हत्या के मामले में देशभर के रेजीडेंट डॉक्‍टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आज डॉक्‍टर विरोध स्‍वरूप दिल्‍ली में निर्माण भवन के बाहर ओपीडी सेवाएं देंगे. वहीं, दूसरी ओर सीबीआई इस केस से जुड़े लोगों से पूछताछ कर मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.

    1. आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से सीबीआई की पूछताछ रविवार को तीसरे दिन भी हुई, जो आज भी जारी रहेगी. उनसे 10 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई. मुख्य आरोपी संजय राय का मनोवैज्ञानिक परीक्षण रविवार को 5 घंटे तक चला, जो सोमवार को भी जारी रहेगा. सीबीआई आज इस मामले से जुड़े कई लोगों से पूछताछ भी करेगी.
    2. प्रदर्शनकारी डॉक्‍टर सेंट्रल प्रोटेक्‍शन एक्‍ट की मांग कर रहे हैं. इस दौरान कई हॉस्पिटल में ओपीडी सेवाएं ठप पड़ी हैं. डॉक्‍टर्स आज विरोध स्‍वरूप सड़क पर ओपीडी सेवाएं देंगे. डॉक्‍टर्स ने कहा, “हम अपने मरीजों की सेवा के लिए सदैव तत्पर हैं. इसलिए आज सभी एम्स रेजीडेंट और दिल्ली अस्पतालों के रेजीडेंट डॉक्‍टर्स निर्माण भवन में स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने सड़क पर ओपीडी सेवाएं प्रदान करेंगे, जब तक कि हमें केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम के माध्यम से अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया जाता है.”
    3. महाराष्ट्र के रेजिडेंट डॉक्‍टरों ने विरोध में अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है. महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) 13 अगस्त से हड़ताल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोलकाता मामले पर जारी प्रदर्शन के तहत सोमवार को चिकित्सक सरकारी अधिकारियों, कॉलेज प्रशासकों, पुलिस, सुरक्षाकर्मियों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों को राखी बांधेंगे. एमएआरडी ने एक बयान में कहा, “राखी बांधने का फैसला महज प्रतीकात्मक नहीं है; यह व्यवस्था को सीधी चुनौती है कि वह हमें हमारे चिकित्सकों और मेडिकल छात्रों को हिंसक भीड़ के हमले से बचाएं. हम महाराष्ट्र के रेजिडेंट डॉक्टर मामले पर आक्रोश व्यक्त करने और कार्रवाई कराने की मांग के लिए एकजुट हैं. यह सिर्फ न्याय की मांग नहीं है. यह तत्काल, बिना किसी समझौते के सुरक्षात्मक सुधारों की मांग है.”
    4. ट्रेनी महिला डॉक्‍टर के साथ बलात्कार और फिर उसकी हत्या करने के विरोध में कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में सैकड़ों महिलाएं रविवार रात ‘रिक्लेम द नाइट’ अभियान दोहाराते हुए सड़कों पर उतरीं. उन्होंने पीड़िता के लिए न्याय की मांग की. सभी उम्र और पृष्ठभूमि की महिलाएं जादवपुर, गरिया, बेहला पर्नाश्री, खन्ना, लेक टाउन और शहर के अन्य स्थानों पर एकत्रित हुईं और उन्होंने नारे लगाए, “हमें न्याय चाहिए.” पश्चिम बंगाल में 14 अगस्त को हुए ‘रिक्लेम द नाइट’ सभाओं के समान ही विरोध प्रदर्शन उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम चौमाथा, सिलीगुड़ी, दुर्गापुर और अन्य स्थानों पर भी आयोजित किए गए.

  • कोलकाता पुलिस ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेंदु शेखर रॉय को तलब किया. इससे कुछ घंटे पहले ही रॉय ने मांग की थी कि सीबीआई कोलकाता के पुलिस आयुक्त और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य से पूछताछ करे. सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला चिकित्सक के बलात्कार और हत्या मामले की जांच अब सीबीआई के पास है. रॉय ने इससे पहले दिन में सीबीआई से निष्पक्ष कार्रवाई करने का आह्वान किया था और मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य तथा पुलिस आयुक्त को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मांग की थी ताकि पता चल सके कि आत्महत्या की बात किसने और क्यों फैलाई.

  • मृतका के माता-पिता ने संवाददाताओं से बातचीत में पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की कि वह बलात्कार के खिलाफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सार्वजनिक विरोध के बावजूद स्वतःस्फूर्त सार्वजनिक आक्रोश को दबाने का प्रयास कर रही है. उत्तरी 24 परगना जिले में अपने निवास से उसके पिता ने शनिवार को कहा, “हम लोगों की आवाज़ दबाने और न्याय के आंदोलन को रोकने की किसी भी कोशिश की निंदा करते हैं, क्योंकि इस घटना में एक व्यक्ति शामिल नहीं है. हमें उम्मीद है कि सीबीआई जांच से सच्चाई सामने आएगी.”

  • जब उनसे यह पूछा गया कि उनकी बेटी का शव किस हालत में मिला, तो माता-पिता ने परेशान करने वाले विवरण बताए. पिता ने बताया, “हमें बताया गया कि हमारी बेटी का शव शुरू में उसी स्थिति में नहीं मिला था, जैसा कि बाद में सेमिनार हॉल में रखा गया था. हम ज्यादा कुछ नहीं कह सकते, क्योंकि जब हम खबर सुनकर अस्पताल पहुंचे, तो हमें शव को सीधे नहीं देखने दिया गया.” मां ने कहा, “हमें कुछ लोगों ने बताया कि शव के कुछ हिस्से पर कपड़ा नहीं था.”

  • अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर देशभर में स्वास्थ्यकर्मियों और संस्थानों की सुरक्षा के लिए अध्यादेश के जरिये केंद्रीय कानून बनाने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. एम्स आरडीए ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में अस्पताल में हुई तोड़फोड़ और देश भर में चिकित्सा संस्थानों, स्वास्थ्यकर्मियों और चिकित्सकों के खिलाफ हिंसा के बढ़ते मामलों का भी जिक्र किया. केंद्र द्वारा संचालित चिकित्सा संस्थान के चिकित्सकों ने पत्र में कहा कि अस्पताल, मंदिरों के समान हैं, जहां लोगों को उम्मीद की किरण दिखती है. पत्र में कहा गया है, “हम सच्चे मन से इन पवित्र स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में आपके सहयोग का अनुरोध करते हैं.”

  • केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कोलकाता महिला डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर हमला करते हुए कहा कि वह जितना लोगों को डराएंगी, न्याय के लिए लोगों की आवाज उतनी ही तेज होगी. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार और हत्या की शिकार डॉक्टर के लिए न्याय की मांग को लेकर विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के छात्रों ने रविवार को कोलकाता में जुलूस निकाला. ऐसे में पश्‍चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी यकीनन दबाव में होंगी.

  • इधर इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. मामले पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई होगी. सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस जे बी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच इस मामले पर सुनवाई करेगी. मामले को लेकर एक याचिका जस्टिस डी वाई चंद्रचूड को लिखी गई थी, जिसमें CJI से पूरे मामले पर स्वतः संज्ञान लेने की मांग की गई थी. पत्र में कहा गया था कि यह मामला केवल एक निर्दोष जीवन को खत्म करना नहीं है. यह हमारे राष्ट्र की आत्मा पर हमला है, न्याय और मानवता के आदर्शों का घोर अपमान है, जिसे हमारा महान संविधान कायम रखता है.

News Source : NDTV INDIA 

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